UP Sambhal Jama Masjid Survey Violence LIVE Video Update | Sambhal News: यूपी के संभल में हुई हिंसा के दौरान मरने वाले चारों लोगों को पिस्टल से गोली मारी गई थी। मुरादाबाद के कमिश्नर अंजनेय कुमार ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा- पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पता चला है कि गोली देसी पिस्टल से चली है। चारों मौतों की मजिस्ट्रेट जांच होगी।
दूसरी ओर, हिंसा अभी शांत ही हुई थी कि शाही जामा मस्जिद के सदर जफर अली ने सोमवार दोपहर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि सीओ ने मस्जिद की टंकी से पानी निकलवा दिया है।
जब यह पानी मस्जिद के बाहर आया तो भीड़ जमा हो गई
जब यह पानी मस्जिद के बाहर आया तो भीड़ जमा हो गई। जब सीओ से पूछा गया तो उन्होंने गाली-गलौज की और लाठी चलाई। उन्होंने धमकी दी कि ज्यादा सवाल करोगे तो पीट-पीटकर मार डालूंगा।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है। इससे संभल में फिर तनाव बढ़ गया है। फोर्स बढ़ा दी गई है। वज्र वाहन तैनात किए गए हैं।
देश में मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है
इससे पहले पुलिस ने सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और सदर विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल के खिलाफ हिंसा भड़काने के आरोप में एफआईआर दर्ज की थी। एफआईआर के बाद जियाउर्रहमान बर्क ने कहा- यह सुनियोजित घटना है। पूरे देश में मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है।
पुलिस ने हिंसा से जुड़े मामले में 7 एफआईआर दर्ज की हैं। इनमें 6 नामजद और 2500 से ज्यादा अज्ञात शामिल हैं। अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हिंसा में जान गंवाने वाले 4 युवकों को पोस्टमार्टम के बाद देर रात दफना दिया गया।
बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक
एसपी ने बताया कि संभल तहसील में इंटरनेट पर रोक एक दिन के लिए बढ़ाई जा रही है। कल यानी मंगलवार को भी इंटरनेट बंद रहेगा। आज सभी स्कूल बंद रहेंगे। डीएम राजेंद्र पैंसिया ने संभल जिले में बाहरी लोगों के प्रवेश पर एक दिसंबर तक रोक लगा दी है। संभल पुलिस ने पहली बार दंगाइयों की फुटेज जारी की है।
- संभल हिंसा में 7 एफआईआर, पढ़ें
- पहली एफआईआर इंस्पेक्टर दीपक राठी ने दर्ज कराई है। इसमें सपा सांसद और विधायक के बेटे का नाम है। इसके अलावा 800 अज्ञात लोग हैं। आरोप है कि भड़काऊ बयान दिए गए।
- दूसरी एफआईआर इंस्पेक्टर शाह फैसल ने दर्ज कराई है। इसमें कहा गया है कि नक्खास इलाके में दंगाइयों ने एक बाइक में आग लगा दी। बंदूक की मैगजीन छीन ली। इसमें भी कुछ नामजद हैं और बाकी अज्ञात हैं।
- तीसरी एफआईआर सीओ संभल अनूप चौधरी ने दर्ज कराई है। इसमें 800 अज्ञात लोग शामिल हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि दंगाइयों ने पैर में गोली मारी।
- चौथी एफआईआर पुलिसकर्मी जगदीश कुमार ने दर्ज कराई है। इसमें मैगजीन लूटने और आंसू गैस छोड़ने का आरोप है।
- पांचवीं एफआईआर एसपी के पीआरओ ने 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज कराई है। दंगाइयों ने पैर में गोली मारी।
- छठी एफआईआर एसडीएम रमेश बाबू ने 800 अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज कराई है। उन पर हमला किया गया।
- इसके अलावा एक और एफआईआर दर्ज कराई गई है।
आरोप साबित हुए तो सांसद बर्क को हो सकती है आजीवन कारावास
पुलिस ने संभल सांसद जियाउर्रहमान बर्क के खिलाफ बीएनएस की धारा 326 (एफ) के तहत केस दर्ज किया है। इस धारा में आजीवन कारावास तक की सजा का प्रावधान है।
पूर्व सपा सांसद ने कहा- पुलिस ने देसी तमंचों से गोलियां चलाई होंगी
संभल हिंसा पर पूर्व सपा सांसद एसटी हसन ने मुरादाबाद में कहा कि पुलिस ने भीड़ पर देसी तमंचों से गोलियां चलाई होंगी। जिससे चार लोगों की मौत हो गई। मामले की सीबीआई से जांच होनी चाहिए।
पुलिस ने जामा मस्जिद के सदर को हिरासत में लिया, फिर तनाव
संभल की शाही जामा मस्जिद के सदर जफर अली एडवोकेट ने सोमवार दोपहर प्रेस कांफ्रेंस कर एसडीएम और सीओ संभल पर गंभीर आरोप लगाए। कहा, मस्जिद के तालाब से पानी निकाला गया।
मस्जिद के बाहर पानी आने पर भीड़ जमा हो गई। भीड़ ने सीओ से पूछा तो उन्होंने गाली-गलौज की और लाठियां चलाईं। धमकी दी कि ज्यादा सवाल करोगे तो पीटूंगा।
मस्जिद सदर की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है, पुलिस अधिकारियों की ओर से अभी ऐसी कोई पुष्टि नहीं की गई है।
जफर अली को हिरासत में लिए जाने से संभल में एक बार फिर हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। फोर्स बढ़ा दी गई है। वज्र वाहन तैनात किए गए हैं।
अखिलेश बोले- सरकार ने कराया दंगा
संभल में पथराव की घटना पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, ‘हमारे सांसद जियाउर्रहमान संभल में थे ही नहीं और इसके बावजूद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई। यह सरकार की ओर से कराया गया दंगा है। कोर्ट से आदेश पारित होने के तुरंत बाद पुलिस और प्रशासन सर्वे के लिए जामा मस्जिद पहुंच गया।
23 नवंबर को पुलिस प्रशासन ने कहा कि अगले दिन यानी 24 तारीख को फिर से सर्वे किया जाएगा। पुलिस प्रशासन को यह आदेश किसने दिया? जब लोगों ने सर्वे का कारण जानना चाहा तो सर्किल ऑफिसर ने उनके साथ बदसलूकी की। इसका विरोध करते हुए लोगों ने पथराव शुरू कर दिया।
जवाबी कार्रवाई में पुलिस कांस्टेबल से लेकर अफसरों तक ने अपने सरकारी और निजी हथियारों से फायरिंग की, जिसकी वीडियो में रिकॉर्डिंग हो चुकी है। इससे कई लोग घायल हो गए।














