Raipur Malkit Singh Gaidu In Ed Office To Answer Summons: छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी महासचिव मलकीत सिंह गैदू से ईडी दफ्तर में 6 घंटे से पूछताछ चल रही है। जिसके बाद कांग्रेसी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने भाजपा दफ्तर कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में ईडी जांच की मांग की है।
दरअसल, ईडी ने सुकमा और कोंटा में बने कांग्रेस दफ्तर (राजीव भवन) के निर्माण को लेकर समन जारी किया था। 4 तथ्यों में जानकारी मांगी गई थी। गैदू ने बताया कि 30 पन्नों में जवाब तैयार किया गया है। ईडी ने मुख्य रूप से फंडिंग, ठेकेदार और निर्माण कार्य शुरू करने से जुड़े सवालों के जवाब मांगे हैं।
इस कार्रवाई को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ईडी लोगों का ध्यान भटकाने के लिए कार्रवाई कर रही है। ईडी और आईटी का काम कांग्रेस को बदनाम करना रह गया है। हिम्मत है तो दिल्ली में बने दफ्तर का हिसाब मांगो। भाजपा से भी पूछो, क्या सिर्फ कांग्रेस से पूछोगे?
रायपुर स्थित राजीव भवन पहुंची ईडी
मंगलवार को ईडी की चार सदस्यीय टीम सुरक्षा बलों के साथ रायपुर स्थित कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन पहुंची और मलकीत सिंह गैदू को समन सौंपा गया।
जांच एजेंसी ने कांग्रेस से यह स्पष्ट करने को कहा है कि सुकमा और कोंटा में बने राजीव भवन का निर्माण किस स्रोत से हुआ, इसमें किसने पैसा दिया और निर्माण कार्य की पूरी प्रक्रिया क्या थी।
इससे पहले कांग्रेस नेताओं ने इस कार्रवाई को लेकर एक गुप्त बैठक भी की, जिसमें कानूनी विशेषज्ञ और वरिष्ठ कांग्रेस नेता मौजूद थे। बैठक में तय हुआ कि सभी जरूरी दस्तावेज जांच एजेंसी को सौंपे जाएंगे और पूरे मामले में सहयोग किया जाएगा।
मलकीत सिंह गैदू ने कहा कि हमारे पास हर सवाल का जवाब है और हम जांच एजेंसी का पूरा सहयोग करेंगे। हमने पहले ही साफ कर दिया है कि जो भी जानकारी मांगी गई है, हम देने को तैयार हैं।
समन में 4 बिंदुओं में जानकारी मांगी गई है
- कांग्रेस भवन कोंटा और सुकमा का काम कब शुरू हुआ और कब खत्म हुआ
- कांग्रेस भवन बनाने वाले ठेकेदार का नाम और विवरण
- भवन निर्माण और जमीन खरीदने में कितना पैसा खर्च हुआ
- फंड का स्रोत क्या था दीपक बैज ने आरोप लगाया है कि ईडी भाजपा के आलीशान कार्यालय में नहीं गई।
बैज ने कहा- छेरछेरा पुन्नी के चंदे से बना था कांग्रेस भवन
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने ईडी की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि छेरछेरा पुन्नी के चंदे और कार्यकर्ताओं के सहयोग से कांग्रेस भवन बना था, लेकिन अब केंद्र सरकार के इशारे पर इसे जांच के दायरे में लाया गया है। उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार किसी विपक्षी दल के प्रदेश कार्यालय पर इस तरह की कार्रवाई की जा रही है।
दीपक बैज ने कहा, ईडी ने समन भेजा है, जबकि हमारे पास पाई-पाई का हिसाब है। अगर कांग्रेस भवन को लेकर जांच हो रही है तो भाजपा के प्रदेश कार्यालय की जांच क्यों नहीं हो रही? भाजपा का कार्यालय 150 से 200 करोड़ की लागत से बना है, लेकिन ईडी वहां नहीं जाती।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ईडी और अन्य केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है और विपक्ष को कमजोर करने की साजिश कर रही है।
ईडी की अगली कार्रवाई पर नजर
यह पहला मौका है जब ईडी ने छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर इस तरह से समन जारी किया है। इससे पहले शराब घोटाले से जुड़े कई मामलों में कांग्रेस नेताओं और पदाधिकारियों से पूछताछ हो चुकी है। अब देखना होगा कि ईडी की पूछताछ के बाद इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है और क्या किसी अन्य नेता को भी पूछताछ के लिए बुलाया जाता है।