ED Raids Across Gujarat In GST Scam: गुजरात में शेल (फर्जी) कंपनी मामले में अब ईडी ने भी दस्तक दे दी है। अहमदाबाद क्राइम ब्रांच की जांच में पता चला है कि गुजरात की कुछ फर्मों ने देशभर में 200 फर्जी कंपनियां खोलकर हजारों करोड़ रुपए की टैक्स चोरी की है।
इस मामले में आज ईडी ने अहमदाबाद, भावनगर, जूनागढ़, वेरावल, राजकोट, सूरत और कोडिनार में 23 जगहों पर छापेमारी की। इससे पहले अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने सोमवार (7 अक्टूबर) को अहमदाबाद, जूनागढ़, सूरत, खेड़ा और भावनगर में 14 जगहों पर छापेमारी की थी।
भाजपा विधायक के बेटे से भी पूछताछ
कार्रवाई के दौरान कुल 12 फर्जी फर्म बनाने वाले 33 से ज्यादा मैनेजरों को हिरासत में लिया गया। सौराष्ट्र के भाजपा विधायक भगवान बराड़ के बेटे अजय बराड़ से भी पूछताछ की गई है।
गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स इंटेलिजेंस के महानिदेशक (DGGI) से मिले इनपुट के आधार पर अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने यह छापेमारी की है।
इस मामले में क्राइम ब्रांच के एसीपी भरत पटेल ने बताया कि देशभर में 200 से अधिक फर्जी कंपनियां/इकाइयां संगठित तरीके से काम कर रही हैं, ताकि फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट प्राप्त कर सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाया जा सके।
ऐसी फर्म बनाने के लिए फर्जी पहचान और दस्तावेजों का इस्तेमाल जैसे फर्जी तरीके भी सामने आए हैं। बयानों के जरिए करोड़ों रुपये का टैक्स गंवाकर देश को आर्थिक नुकसान पहुंचाने की आपराधिक साजिश रची जा रही है।
इस मामले में फर्जी दस्तावेजों के आरोप में पत्रकार महेश लांगा को गिरफ्तार किया गया है। क्राइम ब्रांच सभी दस्तावेज जब्त कर आगे की कार्रवाई कर रही है। छापेमारी की कार्रवाई में क्राइम ब्रांच, ईओडब्ल्यू और एसओजी की टीमें भी शामिल हैं।
डीजीजीआई ने क्राइम ब्रांच में दर्ज कराई शिकायत डीजीजीआई के निदेशक हिमांशु जोशी ने अहमदाबाद क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई है कि अहमदाबाद की ध्रुव एंटरप्राइजेज के नाम से फर्जी कंपनी रजिस्टर कर फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट दिया जा रहा है।
टैक्स घोटाले में शामिल लोगों ने देशभर में 200 से अधिक फर्जी कंपनियां रजिस्टर कराकर हजारों करोड़ रुपये का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट हासिल किया है। कर चोरी का पता लगाने के लिए राज्य भर में छापे
इस शिकायत के आधार पर अहमदाबाद क्राइम ब्रांच, एसओजी और ईओडब्ल्यू विभाग ने कर चोरी का पता लगाने के लिए राज्य भर में छापे मारे। शुरुआती जांच में 200 करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले की जानकारी मिली है।
जांच का दायरा बढ़ने के साथ ही इन घोटालों की संख्या भी बढ़ने की उम्मीद है। अगर पिछले कुछ मामलों को जोड़ दिया जाए तो अकेले गुजरात में जीएसटी फर्जी बिलिंग घोटाले का आंकड़ा 50 हजार करोड़ रुपये को पार कर गया है।