रायपुर। छत्तीसगढ़ में SI भर्ती अभ्यर्थियों ने आंदोलन स्थगित तो कर दिया है, लेकिन एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। ये वीडियो एक SI कैंडिडेट की मां का है। SI कैंडिडेट की मां जमीन पर बैठी है। उसके साथ गृहमंत्री विजय शर्मा भी हैं। इस दौरान महिला महतारी वंदन योजना और अपने बच्चों के SI भर्ती रिजल्ट को लेकर जमकर खरी खोटी सुना रही है। ये वीडियो रायपुर में गृहमंत्री निवास के बाहर अभ्यर्थी और उनके परिजन बैठे थे, तब का है।
SI कैंडिडेट की मां ने गृहमंंत्री को सुनाई खरी खोटी
छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा के सामने SI कैंडिडेट की मां का गुस्सा फूट पड़ा। महिला ने कहा कि हम लोग भी बच्चों के महतारी हैं। सभी महतारी यहां आए हैं। जिस महतारी के खाते में महतारी वंदन योजना के तहत आज सांय-सांय 7 हजार रुपये डाले हैं। वह तो खुश हैं, लेकिन जिस महतारी के बेटे को नौकरी नहीं मिल रही है, उसके दिल में क्या बीत रहा होगा।
महतारी वंदन योजना के पैसों की कोई जरूरत नहीं- SI कैंडिडेट की मां
जमीन पर बैठी SI कैंडिडेट की मां गृहमंत्री के सामने कर रही है कि इस पैसे को आपके शरण में छोड़ देंगे सर। हमको महतारी वंदन योजना के पैसों की कोई जरूरत नहीं है। महिला ने कहा कि जिस महतारी के खाते में आज 7 हजार आगे, वह खुश है, लेकिन जिसके बेटे को नौकरी नहीं मिल रही है, उसके दिल में क्या गुजर रहा होगा।
महतारी वंदन के 7 हजार के भूखे नहीं हैं- SI कैंडिडेट की मां
महिला ने गृहमंत्री के सामने कहा कि हम लोग परिवार के साथ दर-दर के ठोकर खा रहे हैं। जमीन पर बैठे हैं। रातों दिन यहां पसीना बहा रहे हैं। जो रात दिन मेहनत कर के परीक्षा दिए हैं, उनके दिल में क्या गुजर रहा होगा सर। 7 हजार के भूखे नहीं हैं। महतारी वंदन योजना के पैसे को आपके शरण में रख चले जाएंगे। हमारे बच्चों का रिजल्ट जारी करा दो।
अब जानिए क्या-क्या हुआ कैसे स्थगित हुआ प्रदर्शन ?
छत्तीसगढ़ में एसआई भर्ती अभ्यर्थियों ने आंदोलन स्थगित कर दिया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि शुक्रवार को गृह मंत्री विजय शर्मा से हमारी 2 घंटे बातचीत हुई। उन्होंने 14 दिन का समय मांगा है। अगर दो सप्ताह में रिजल्ट जारी नहीं हुआ तो हम फिर से आंदोलन करेंगे।
शुक्रवार से ही अभ्यर्थी और उनके परिजन रायपुर में गृह मंत्री के आवास के बाहर बैठे थे। शनिवार सुबह पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को बसों में भरकर तूता धरना स्थल पर छोड़ दिया। इसके बाद उन्होंने आंदोलन स्थगित कर दिया।
शुक्रवार रात 11 बजे तक का अल्टीमेटम भी दिया गया था
शुक्रवार सुबह से ही ये प्रदर्शनकारी विजय शर्मा के आवास के बाहर बैठे थे। रात 11 बजे तक का अल्टीमेटम भी दिया गया था। इसके बाद देर रात विजय शर्मा ने उनसे मुलाकात की। करीब 40 मिनट तक सड़क पर बैठकर चर्चा हुई। उन्होंने अभ्यर्थियों से 2 सप्ताह का समय मांगते हुए घर जाने को कहा।
आश्वासन के बाद रात तक डटे रहे अभ्यर्थी
गृह मंत्री से बातचीत और आश्वासन के बाद अभ्यर्थी रात तक डटे रहे। देर रात सभी सड़क पर सोते भी नजर आए। अगली सुबह जब पुलिस ने उन्हें वापस जाने को कहा तो सभी ने मना कर दिया। इसके बाद पुलिस ने सभी को जबरदस्ती बस में बैठाया और नवा रायपुर स्थित तूता धरना स्थल पर छोड़ दिया।
पुलिस का कहना है कि उन्हें यहां बैठने की इजाजत नहीं थी। इसलिए धरना स्थल छोड़ दिया गया है। तूता धरना स्थल पर 33 लोग भूख हड़ताल पर बैठे थे। बताया जा रहा है कि इनमें से कई अभ्यर्थी ऐसे भी थे जिनकी लगातार भूख हड़ताल के कारण तबीयत खराब हो रही थी।
हाईकोर्ट की डेडलाइन पूरी हो गई, लेकिन रिजल्ट जारी नहीं हुआ
अभ्यर्थी का कहना है कि पिछले 6 साल से भर्ती प्रक्रिया चल रही है। हाईकोर्ट ने 90 दिन के अंदर भर्ती प्रक्रिया पूरी करने का आदेश भी दिया था। 9 सितंबर को 90 दिन पूरे हो गए हैं। अभी तक रिजल्ट जारी नहीं हुआ है।
अभ्यर्थी ने बताया कि हाईकोर्ट में सिंगल और डबल बेंच दोनों ने भर्ती रद्द करने की सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया है। इससे पहले सभी अभ्यर्थी गृहमंत्री से मिले थे। उन्होंने 15 दिन में परिणाम जारी करने का आश्वासन दिया था।