Chhattisgarh Raipur SI Candidate Protest Update: छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री के आवास के बाहर रिजल्ट जारी करने की मांग को लेकर बैठे सब इंस्पेक्टर भर्ती अभ्यर्थियों को पुलिस ने उठा लिया। पुलिस आंदोलनकारियों को बसों में भरकर टूटा धरना स्थल ले गई। सभी प्रदर्शनकारी शुक्रवार सुबह से ही गृह मंत्री विजय शर्मा के आवास के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। अब प्रदर्शन को स्थगित कर दिया गया है।
इस दौरान एक नाराज महिला अभ्यर्थी ने कहा कि हम इतने दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। हमसे बात करने कोई नहीं आया। रोती हुई अभ्यर्थी ने पुलिस से पूछा कि आप यह भी बताइए कि रिजल्ट कैसे जारी होगा। क्या यहां आत्मदाह करने से रिजल्ट जारी होगा?
गृह मंत्री ने 14 दिन का समय मांगा
SI अभ्यर्थियों ने बताया कि शुक्रवार को गृह मंत्री विजय शर्मा से हमारी 2 घंटे तक बातचीत हुई। उन्होंने 14 दिन का समय मांगा है। अभ्यर्थी लगातार नवा रायपुर के टूटा में धरना प्रदर्शन कर रहे थे।
उन्होंने फिलहाल आंदोलन को स्थगित कर दिया है। बताया जा रहा है कि इनमें से कई अभ्यर्थी ऐसे भी थे, जिनका लगातार भूख हड़ताल करने की वजह से स्वास्थ्य खराब हो रहा था। अभ्यर्थियों का कहना है कि दो हफ्ते तक अगर रिजल्ट जारी नहीं होता तो वह फिर आंदोलन करेंगे।
भड़के SI कैंडिडेट्स ने खटखटाया HC का दरवाजा
छत्तीसगढ़ एसआई अभ्यर्थियों ने सिंगल बेंच के फैसले को लेकर फिर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। अब डबल बेंच में सुनवाई होगी। पिछली बार हाईकोर्ट ने 90 दिन में रिजल्ट घोषित करने का आदेश दिया था, लेकिन रिजल्ट जारी नहीं हो सका।
दूसरी ओर, सिंगल बेंच के फैसले पर डबल बेंच में सुनवाई के लिए कुछ अभ्यर्थी हाईकोर्ट पहुंचे हैं। उनके वकील ने बताया कि अभ्यर्थियों की ओर से डबल बेंच में सुनवाई की अपील की गई है।
किस मामले में हाई कोर्ट पहुंचे SI कैंडिडेट्स ?
दरअलस, प्लाटून कमांडर के 370 महिला अभ्यर्थियों को हटाकर 370 पुरुष अभ्यर्थियों को लेने का आदेश हाईकोर्ट ने जारी किया है. आरोप है कि सिलेक्शन कमेटी की नियम विरुद्ध प्लाटून कमांडर पद पर महिलाओं का चयन किया गया है, जबकि महिला कैंडिडेट्स उस पद के लिए मान्य नहीं हैं।
बिलासपुर हाईकोर्ट ने भर्ती की पूरी प्रक्रिया पूरी करने का आदेश दिया था। साथ ही 90 दिनों के भीतर सिलेक्टेड कैंडिडेट को नियुक्ति के आदेश भी दिए। यह फैसला बिलासपुर हाईकोर्ट के जस्टिस नरेंद्र कुमार व्यास की एकल बेंच सुनाया था।
साथ ही फैसले के साथ हाईकोर्ट ने एसआई-प्लाटून कमांडर भर्ती परीक्षा को चुनौती देने वाली सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया था। इसके खिलाफ कैंडिडेट्स दोबारा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को भुगतना पड़ा
याचिका में यह भी कहा गया था कि नियमानुसार प्रारंभिक सूची में रिक्तियों के 20 गुना अभ्यर्थियों का चयन किया जाना था, लेकिन श्रेणीवार प्रारंभिक सूची तैयार कर दी गई। इसका खामियाजा सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को भुगतना पड़ा और वे मुख्य परीक्षा से वंचित हो रहे हैं। यह सूची नियम विरुद्ध होने के कारण इसे निरस्त कर नई मेरिट सूची जारी करने की मांग की गई।
अब जानिए क्या क्या हुआ आंदोलनकारियों के साथ ?
इससे पहले सब इंस्पेक्टर भर्ती अभ्यर्थियों ने शुक्रवार रात 11 बजे तक का अल्टीमेटम भी दिया था। इसके बाद गृह मंत्री विजय शर्मा एसआई अभ्यर्थियों के साथ सड़क पर बैठे और करीब 40 मिनट तक बातचीत की। उन्होंने अभ्यर्थियों से 2 हफ्ते का समय मांगते हुए घर जाने को कहा।
आश्वासन के बाद भी अभ्यर्थी रात तक डटे रहे
आश्वासन के बाद भी अभ्यर्थी रात तक डटे रहे। सुबह जब पुलिस ने उन्हें वापस जाने को कहा तो सभी अभ्यर्थियों ने जाने से मना कर दिया। इसके बाद पुलिस ने सभी लोगों को उठाकर बस में बैठाकर नवा रायपुर के टूटा धरना स्थल पर छोड़ दिया।
पुलिस उन्हें जबरन ले गई
एसआई महिला अभ्यर्थी ने बताया कि पिछले 15 दिनों से हम लोग लगातार रिजल्ट जारी करने की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं। 33 लोग टूटा धरना स्थल पर भूख हड़ताल पर हैं। इसके बाद भी कोई हमारी खबर लेने नहीं आया। अब पुलिस हमें जबरन उठाकर नवा रायपुर ले आई है।
वहीं, पुलिस का कहना है कि उन्हें यहां बैठने नहीं दिया गया। इसलिए सभी लोगों को बस में बैठाकर टूटा धरना स्थल पर छोड़ दिया गया।
20 दिन बाद भी रिजल्ट जारी नहीं हुआ
अभ्यर्थियों ने बताया कि पिछली मुलाकात के दौरान गृह मंत्री ने 10 से 15 दिन में रिजल्ट जारी करने का आश्वासन दिया था, लेकिन 20 दिन से ज्यादा का समय बीत चुका है। अभी तक रिजल्ट जारी नहीं हुआ है। इसलिए हम लोग अपने परिवार के साथ गृह मंत्री के बंगले के बाहर धरना देने बैठे हैं।
अलग-अलग तरीके से कर चुके हैं विरोध
एसआई अभ्यर्थियों ने राजधानी में अलग-अलग तरीके से विरोध प्रदर्शन कर सरकार से गुहार लगाई है कि रिजल्ट जारी किया जाए। इससे पहले वे रायपुर की सड़कों पर भीख मांगकर, रक्तदान करके, शहर में झाड़ू लगाकर, धरना स्थल पर महायज्ञ करके विरोध जता चुके हैं।
फिलहाल टूटा धरना स्थल पर 30 से ज्यादा अभ्यर्थी आमरण अनशन पर बैठे हैं। सभी का कहना है कि जब तक हमारा रिजल्ट और नियुक्ति जारी नहीं हो जाती, हम अन्न ग्रहण नहीं करेंगे।
हाईकोर्ट की डेडलाइन खत्म हो गई, लेकिन रिजल्ट जारी नहीं हुआ
अभ्यर्थी का कहना है कि पिछले 6 साल से भर्ती प्रक्रिया चल रही है। हाईकोर्ट ने 90 दिन के अंदर भर्ती प्रक्रिया पूरी करने का आदेश भी दिया था। 9 सितंबर को 90 दिन पूरे हो गए हैं। अभी तक रिजल्ट जारी नहीं हुआ है।
अभ्यर्थी ने बताया कि हाईकोर्ट में सिंगल और डबल बेंच दोनों ने भर्ती रद्द करने की सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया है। इससे पहले सभी अभ्यर्थियों ने गृहमंत्री से मुलाकात की थी। उन्होंने 15 दिन में रिजल्ट जारी करने का आश्वासन दिया था।