रायपुर। दैनिक भास्कर प्रिंट और डिजिटल में छपी खबरों को लेकर मुस्लिम समाज में आक्रोश का माहौल है। दैनिक भास्कर प्रिंट बता रहा है कि भिलाई पुलिस ने जिन लोगों को संदिग्ध मानकर पकड़ा है, वह भारतीय सीमा से हैं, जबकि दैनिक भास्कर डिजिटल उसी खबर को गलत तरीके से प्रसारित कर रहा है।
दैनिक भास्कर डिजिटल ने खबर छापा है…“रोहिंग्या मुसलमानों को बांग्लादेश भगाने की तैयारी:दुर्ग पुलिस का 200 घरों में सर्च ऑपरेशन, 20 संदिग्ध पकड़े गए; बस में भरकर ले गई” इस हेडलाइन से। इसे लेकर भ्रम पैदा हो रहा है, जबकि उन्हें पुलिस ने कल ही छोड़ दिया था। सभी को SDM कोर्ट में पेश करने के बाद। उनसे दस्तावेज भी मांगे गए,जो लोगों ने दिखाया।
छत्तीसगढ़ में दूसरे प्रान्त के लोगों का बसना अपराध हो गया ?
क्या इस देश में या छत्तीसगढ़ में दूसरे प्रान्त के लोगों का बसना अपराध हो गया ?ऑन डिमांड जाँच हो रही ,पहले क्या पुलिस सो रही थी ? दैनिक भास्कर की इस खबर के अंदुरुनी हिस्से में पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश सीमा के पास के रहने वाले हैं लिखा है यानी भारत के ही नागरिक हैं ।
बाहरी प्रांत के लोगो या बाहरी ज़िलों के लोगो की जाँच के लिए पुलिस कितने बार उस बस्ती में गई ?कितने लोगों का नाम नोट कर कितने लोगो का सस्पीशियस स्टेंजर रोल SSR उन आदमियों के रहने वाले थानों को जारी किया गया ?
जैसा पहले होता था अब तो रोल की बजाय संबंधित थाने को या एसपी को मेल कर फ़ोन से बात कर और आधार की बुनियाद पर जानकारी हासिल की जा सकती है या मंगाई जा सकती है ,तस्दीक की जा सकती है।
इसी तरह बेसिक पुलिसिंग पर एसपी एएसपी और सभी थाना प्रभारी के ध्यान देने की ज़रूरत है सिर्फ़ मीडिया की सुर्खी बनने के लिए ऐसे दिखावटी काम से बचने की ज़रूरत है और मीडिया को भी ऐसी विरोधाभासी ख़बरों से बचना चाहिए।
समाज के लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भास्कर के डिजिटल मैनेजमेंट ने पूर्व में भी वक़्फ़ एक्ट को लेकर देश और समाज को गुमराह करने का प्रयास किया था।
मुस्लिम समाज के लोगों ने उस वक़्त भी रायपुर भास्कर को शिकायत की थी, लेकिन भोपाल की ख़बर है, वहां के डिजिटल प्रभारी से बात कर लें, ऐसा कहकर बात को टाल दिया गया, लेकिन भास्कर के द्वारा ऐसी खबरें छपने से भ्रम पैदा हो रहा है।मैनेजमेंट को संपादक को देखना चाहिए।
मोहम्मद फ़िरोज़ ने कहा कि क्या पश्चिम बंगाल के लोग जो बॉर्डर में रहते हैं वो भारतीय नहीं है ?किस तरह का भ्रामक समाचार भास्कर दे रहा है?।
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