Owaisi furious at court and police over Sambhal violence: उत्तर प्रदेश के संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर काफी बवाल मचा हुआ है। चार लोगों लोगों की मौत हो गई। संभल में हुई हिंसा पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कोर्ट के फैसले को गलत बताया और पुलिस की मंशा पर सवाल उठाए।
उन्होंने कहा कि संभल की मस्जिद 50-100 साल पुरानी नहीं है, यह 250-300 साल से भी ज्यादा पुरानी है। कोर्ट ने मस्जिद के लोगों की बात सुने बिना एकतरफा आदेश दे दिया, जो गलत है। जब दूसरा सर्वे हुआ तो कोई जानकारी नहीं दी गई।
#WATCH | Delhi: On the Sambhal stone pelting incident, AIMIM chief Asaduddin Owaisi says "The mosque in Sambhal is not 50-100 years old, it is more than 250-300 years old and the court passed an ex parte order without listening to the people of the mosque which is wrong… When… pic.twitter.com/YsSEunueOw
— ANI (@ANI) November 25, 2024
‘यह फायरिंग नहीं बल्कि हत्या है’
ओवैसी ने कहा कि सर्वे का जो वीडियो लोग दिखा रहे हैं, उसमें सर्वे करने आए लोगों ने भड़काऊ नारे लगाए। हिंसा हुई, मुसलमानों को गोली मारी गई। हम इसकी निंदा करते हैं। यह फायरिंग नहीं बल्कि हत्या है। इसमें शामिल अधिकारियों को निलंबित किया जाना चाहिए और हाईकोर्ट को इसकी जांच करनी चाहिए कि यह पूरी तरह से गलत है, वहां अत्याचार हो रहे हैं।
ओवैसी ने कहा कि संभल में मस्जिद के सर्वे के दौरान विवाद हुआ और पथराव हुआ। इस घटना में मुसलमानों की मौत हुई। एआईएमआईएम प्रमुख ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कोर्ट के फैसले पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि एकतरफा फैसला गलत है। ओवैसी ने मांग की है कि दोषी अधिकारियों को निलंबित किया जाए और हाईकोर्ट को मामले की जांच करनी चाहिए।
आप का आरोप- बीजेपी ने यूपी को बर्बाद कर दिया
संभल हिंसा मामले में स्थानीय सांसद जिया उर रहमान बर्क और विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहैल के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। आपको बता दें कि इस मामले में आप के यूपी प्रभारी और सांसद संजय सिंह ने बीजेपी सरकार को घेरा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी नफरत, हिंसा और दंगों की पहचान बन गई है। बीजेपी ने यूपी को बर्बाद कर दिया है।
एक बयान जारी करते हुए संजय सिंह ने मांग की है कि संभल में हुई हिंसा की जांच हाईकोर्ट की निगरानी में की जाए। आप नेता ने कहा कि परिवार का आरोप है कि पुलिस ने युवक को गोली मारी है, लेकिन प्रशासन झूठ बोलकर मामले को दबाने में लगा है।














