Chhattisgarh Kawardha Sand Mafia Attacks Forest Officer Team: छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में वन विभाग की टीम पर हमला हुआ। रेत माफिया ने अफसरों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। लाठी-डंडों से सिर फोड़ दिया। जान से मारने की धमकी दी। किसी तरह वनकर्मी जान बचाकर भागे, लेकिन फिर भी उन्हें घेरकर पीटा गया। मामला कुकदुर थाना क्षेत्र का है।
22 सितंबर को अफसरों को सूचना मिली थी कि ग्राम दलमुहा के कुदुर झोरी नाला में रेत का अवैध उत्खनन चल रहा है। इस पर वन विकास निगम के सर्किल प्रभारी गणेश चंद्रवंशी अपने स्टाफ अनिल कुरेन, विनायक मानव मरावी, दिनेश वर्मा और लमन बैगा के साथ रात करीब साढ़े दस बजे मौके पर पहुंचे।
ग्रामीणों ने ट्रैक्टर का पीछा किया तो वह पकड़ में आ गया
वन निगम के कर्मचारियों ने पुलिस को बताया कि ग्राम दलमुहा में रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली कीचड़ में फंसी हुई थी। इसी दौरान नाले के अंदर 2 ट्रैक्टर दिखाई दिए। इस पर वनकर्मी नाले में चले गए, तभी वहां बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंच गए।
आरोप है कि उन्होंने गाली-गलौज करते हुए कहा कि आज जान से मार देंगे। इस पर कुछ वनकर्मी जान बचाने के लिए ग्राम भेड़ागढ़ से ग्राम पंडरीखार होते हुए कामठी पहुंचे। वहां एक दुकान के पास रुककर दलमोहा में अन्य साथियों का इंतजार करने लगे।
आरोप है कि रात करीब 12.30 बजे दलमोहा निवासी पंचराम गोड़ पुत्र सालिक गोड़ निवासी ग्राम पंडरीखार समेत 15 लोग वहां पहुंचे। घायल वनकर्मियों ने बताया कि उनके पहुंचते ही आरोपियों ने गाली-गलौज शुरू कर दी। आरोपियों ने कहा कि तुम रेत गाड़ी पकड़ो। आज हम तुम लोगों को जान से मार देंगे, यह कहते हुए डंडे और लात-घूंसों से मारपीट करने लगे।
मारपीट में गणेश चंद्रवंशी और अनिल कुर्रे की वर्दी फट गई। किसी तरह दोनों उनके चंगुल से जान बचाकर भागे। मेरे सिर पर गहरी चोट आई है घायल गणेश राम चंद्रवंशी ने बताया कि मारपीट से मेरे सिर पर गहरी चोट आई है।
चोट के कारण दोनों हाथ, कंधे और पीठ में दर्द है। मेरे साथी अनिल कुर्रे के सिर में भी गहरी चोट आई है। घायल की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। सभी आरोपी फरार बताए जा रहे हैं।
रेंजर के निर्देश पर रेत चोरी रोकने गए थे
मामले में घायल अधिकारियों ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारी रेंजर रविकांत चंद्रा के आदेश पर गणेश राम चंद्रवंशी, अनिल कुर्रे, विनायक मानव मरावी, दिनेश कुमार वर्मा और चौकीदार लमन बैगा रेत चोरी रोकने गए थे। इस दौरान कुदुर नाले में रेत से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली दिखी।
आरोपियों के खिलाफ एफआईआर
मामले में पंडरिया एसडीओपी पंकज पटेल ने बताया कि वन विकास निगम की टीम रेत खनन रोकने गई थी। इस दौरान लोगों ने हमला किया है। सरकारी कर्मचारियों के साथ मारपीट की गई है और जान से मारने की कोशिश की गई है। 15-20 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आरोपी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे।